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Sunday, 19 March 2017

जब से बांके बिहारी हमारे हुए||

जब से बांके बिहारी हमारे हुए
गम ज़माने के सारे
गम जमाने के सारे किनारे हुए

जब से बांके बिहारी हमारे हुए
जब से बांके बिहारी हमारे हुए

गम ज़माने के सारे
गम जमाने के सारे किनारे हुए

अब कहीं देखने की ना ख्वाहिश रही
वो एक नज़र सी डाल के जादू सा कर गए
नज़रे मिला के मुझसे ना जाने किधर गए
दुनिया से तो मिली थी मुझे हर कदम ले चोट

पर उनकी एक नज़र से मेरे जख्म भर गए

अब कहीं देखने की ना ख्वाहिश रही

मेरी ख्वाहिश रही मेरी ख्वाहिश रही

जब से वो मेरी नज़रो के तारे हुए

गम जमाने के किनारे हुए

जब से बांके बिहारी हमारे हुए
जब से बांके बिहारी हमारे हुए

ओ मेरे श्याम सुन्दर

ये दर्द ही अब हमारी दवा बन गया

क्यों कि प्यारे

ये दर्द ही दौलत है

ये दाग भी दौलत है

जब से बांके बिहारी हमारे हुए

खुद-ब-खुद मिट गयी मेरी सभी मुश्किलें

तकदीर के दानों को बिखरने नही देते
ये जिसको भी बना देते बिगड़ने नही देते
खुद-ब-खुद मिट गयी मेरी सभी मुश्किलें
जब से वो जिंदगी के सहारे हुए

गम ज़माने के सारे गम जमाने के सारे किनारे हुए

जब से बांके बिहारी हमारे हुए
गम जमाने के सारे किनारे हुए

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