या देवी सर्वभूतेषु प्रकृति रूपेण संस्थिता नमस्तस्वै नमस्तस्वै नमस्तस्वै नमो नम: !
जय माँ ब्रह्मचारिणी!
नवरात्रि की शुभकामनाएं!
हमको था इंतज़ार वो घड़ी आ गई;होकर सिंह पर सवार माता रानी आ गई;होगी अब मन की हर मुराद पूरी;हरने सारे दुख माता अपने द्वार आ गई।नवरात्रि की हार्दिक शुभकामनाएं!
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